सभी प्रकार के कंप्यूटर डाटा संग्रहण पर चर्चा, Data Storage and Retrieval Method In Hindi

 कंप्यूटर में डेटा संग्रहण और पुनर्प्राप्ति विधि (Data Storage and Retrieval Method) डाटा संग्रहण क्या है? पुनर्प्राप्ति की अवधारणा और उसके प्रभावकारी कारकों का वर्णन, सभी प्रकार के कंप्यूटर डाटा संग्रहण पर, पुनर्प्राप्ति की अवधारणा और उसके प्रभावकारी कारकों का वर्णन, माध्यमिक भंडारण के प्रकार (Types of Secondary Storage) आदि कंप्यूटर Data Storage से रिलेटेड विवरण आपके यहाँ जानेंगे।

Data Storage and Retrieval Method 


कंप्यूटर में डेटा संग्रहण और पुनर्प्राप्ति विधि (Data Storage and Retrieval Method) 


1. Sequential Method.

2. Direct Method

3. Index Sequential Method.


1-Sequential Method: इस method में information को एक क्रम में स्टोर कर सकते हैं और एक क्रम में उसे निकाल सकते हैं। इस मैथेड का उपयोग सिर्फ सिक्वेंशियल मैथेड डिवाईस के ऊपर कर सकते हैं जैसे मैगनेटिक टेप एक सिक्वेंशियल स्टोरेज डिवाईस है। इस मैथेड में बहुत अधिक समय लगता है इसलिये अब इस मैथेड का उपयोग नहीं करते हैं।


2-Direct Method: इस मैथेड को रेंडम मैथेड भी कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी भी इनफार्मेशन को सीधे स्टोर कर सकते हैं और निकाल सकते हैं। इस मैथेड का उपयोग सिर्फ आप्टिकल डिस्क के साथ कर सकते हैं। जैसे-फ्लापी, हार्ड डिस्क इत्यादि। यह सबसे ज्यादा उपयोग में लायी जाने वाली मैथेड है कयोंकि इसके उपयोग करने से समय बचता है।


Data Storage and Retrieval Method


3-Index Sequential Method: यह मैथेड भी डायरेक्ट मैथेड की तरह है। इसका उपयोग भी डायरेक्ट स्टोरेज डिवाईस के उपर करते हैं जैसे हार्ड डिस्क, सीडी, फ्लापी इत्यादि। मगर इसमें इंडेसिंग के द्वारा इनफार्मेशन को रिट्रीव करते हैं क्योंकि इंडेकसिंग ज्यादा फास्ट कार्य करती है।


3-Secondary Memory: स्टोरेज डिवाईस पर्सनल स्टोरेज डिवाईस कहलाती है। सेकंडरी स्टोरेज डिवाईस पर कम्प्यूटर के सभी प्रोग्राम स्टोर रहते हैं जैसे:-डॉस, विंडोस, एम.एस. ऑफिस इत्यादि। इसके के। द्वारा बनाई गई फाईल भी सेकंड्री डिवाईस के अंदर स्टोर रहती है। सेकंडरी स्टोरेज डिवाईस दो भागों में विभाजित है।


(a) Serial Storage Device

(b) Random Storage Devices / Direct Storage Devices


Types of Secondary Storage (माध्यमिक भंडारण के प्रकार) :


1) Magnetic Tape.

2) Hard Disk

3) Floppy Disk

4) Compact Disk (CD) 

5) Winchester Disk


1) Magnetic Tape:


Magnetic Tape एक सेकंडरी स्टोरेज डिवाईस भी कहलाती है। इस डिवाईस के अंदर डाटा को स्टोर करना और डाटा को रीड करने में बहुत अधिक समय लगता है। यह सबसे पुरानी स्टोरेज डिवाईस है। मगर आज इस डिवाईस का उपयोग बहुत कम होता है। यह डिवाईस आडियो कैसेट की तरह कार्य करती है। इसमें दो व्हील होती हैं। एक व्हील में रील लिपटी रहती है और दूसरी व्हील खाली रहती है। मैगनेटिक टेप की स्टोरेज क्षमता तकरीबन मेगाबाईट होती है। यह डिवाईस बहुत ज्यादा भरोसेमंद है। क्योंकि इसके खराब होने के चान्स बहुत कम होते हैं।


2) Hard Disk:-


Hard Disk सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली स्टोरेज डिवाईस है। यह डिवाईस रेंडम एक्सेस डिवाईस भी कहलाती है। इसमें कहीं से भी इनफार्मेशन को पढ़ा जा सकता है और कहीं पर भी लिखा जा सकता है। यह डिवाईस एल्युमिनियम की बॉडी से पैक रहती है। इसके अंदर डिस्क और हेड दोनों लगे रहते हैं। यह बहुत मंहगी है और इसकी स्टोरेज क्षमता लगभग 80 जी. बी. की होती है। हार्ड डिस्क के अंदर दो प्रकार के हेड्स का उपयोग किया जाता है।


(a) Movable Head

(b) Non-movable Head

(a) Movable Head


(a) Movable Head में सिर्फ एक हेड होता है जो डिस्क की सरफेस के ऊपर मूव होता है।

(b) Nonmovable Head: Non-movable head में एक से अधिक हेड होते हैं और हेड की संख्या डिस्क के ट्रैक पर निर्भर करती है।


3) Floppy Disk:


Floppy Disk ही डायरेक्ट स्टोरेज डिवाईस है। इसमें भी इनफार्मेशन को डायरेक्ट पढ़ा जा सकता है। यह काफी सस्ती मिलती है। इसका उपयोग डाटा को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिये किया जाता है। इसकी स्टोरेज क्षमता 1.44 एम.बी. (मेगा बाईट) होती है। मगर यह स्टोरेज डिवाईस ज्यादा भरोसेमंद नहीं हैं। फ्लापी डिस्क दो प्रकार की होती हैं


(a) 3.5 Inches Floppy

(b) 5.25 Inches Floppy

R- SanDisk Cruzer Blade SDCZ50-016G-135 16GB USB 2.0 Pen Drive

Write Protected Notch


इसके द्वारा फ्लापी डिस्क को प्रोटेक्ट किया जा सकता है ताकि फ्लापी के अंदर वायरस न पहुँचे। प्रोटेक्शन देने से फ्लापी की इनफार्मेशन को केवल पढ़ा जा सकता है।


Index Hole: इसके द्वारा फ्लापी डिस्क की स्टार्टिंग को सेट किया जाता है। ताकि प्रथम सेक्टर में स्टोर फैट को पढ़ा जा सके।


Hub: इसके द्वारा डिस्क को गोल घुमाया जाता है और डिस्क को अंदर हिलने से भी कंट्रोल किया जाता है


Read & Writable Head Move: Disk की सतह पर रीड व राईटबल हेड मूव करता है ताकि वह इनफार्मेशन पढ़ सके व लिख सके।


4) CD, Compact Disk:


आज इस स्टोरेज डिवाईस का सबसे ज्यादा उपयोग होता है। फ्लापी डिस्क की तुलना में इसके अंदर बहुत अधिक मात्रा में डाटा स्टोर कर सकते हैं। यह स्टोरेज डिवाईस फ्लापी से ज्यादा भरोसेमंद है। सी.डी. की स्टोरेज केपेसिटी तकरीबन 740 एम.बी. की होती है।


सीडी के प्रकार (Types of CD) :



(A) CDR 1

(B) CDRW


(A) CDR (Compact Disk Readable) : इस सी.डी. के अंदर सिर्फ एक बार ही इनफोर्मेशन लिखी जा सकती है। दोबारा इसमें नहीं लिखा जा सकता है। मगर इनफोर्मेशन कई बार पढ़ी जा सकती है। यह सीडी काफी सस्ती आती है जिसकी कीमत 10 रूपये से 50 रूपये तक है।


(B) CDRW (Compact Disk Readable Writable] : इस सीडी के अंदर कई बार इनफोर्मेशन लिखी जा सकती है। यह सीडी काफी मंहगी आती है। इसकी कीमत 250 से 300 तक है।


Winchester Disk:


यह डिवाईस भी हार्ड डिस्क की तरह एक स्टोरेज डिवाईस है, मगर इस डिवाईस की स्पीड हार्ड डिस्क से ज्यादा फास्ट है लेकिन इसकी स्टोरेज क्षमता हार्ड डिस्क से कम रहती है। विनचेस्टर डिस्क को एल्युमिनियम बॉक्स के द्वारा पैक किया जाता है और इसके अंदर बिल्कुल भी हवा नहीं रहती है। अगर इसके अंदर हवा पहुँच जायेगी तो यह खराब हो जायेगी।


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