माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor use) का Computer me उपयोग

 इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor use) का उपयोग क्या है? Microprocessor के मुख्य रूप साथ में आप इनपुट और आउटपुट यूनिट और कीवर्ड से रिलेटेड कंप्यूटर तंत्र के उद्देश्यों में किए जाने वाले माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) के बारे में जानेंगे। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। यह कंप्यूटर कोर्स रिलेटेड जानकारी है चलिए शुरू करते हैं।



Microprocessor use


माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) : माइक्रो-प्रोसेसर वह इकाई है, जहाँ वास्तविक गणना संपन्न होती है। ये माइक्रो-प्रोसेसर वास्तव में वृहत् संख्या में द्वार या परिपथ रखते हैं, जिन्हें कि भरे गये आवेग के आधार पर खुला या बंद रखा जा सकता है। माइक्रो-प्रोसेसर को पुन: ALU अर्थात् अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic and Logic Unit) , इंटरनल रजिस्टर (Intermal Registers) और कन्ट्रोल यूनिट (Control Unit (CU) ) में वर्गीकृत किया जा सकता है। ALU वह क्षेत्र है, जहाँ सभी गणितीय गणनायें और तार्किक अर्थात् तुलनात्मक निर्णय लिए जाते हैं।


प्राथमिक भंडारण क्षेत्र में आंकड़े एक बार भर दिये जाते हैं, ये वहाँ रहते हैं, तथा ALU को आवश्यकतानुसार स्थानांतरित होते हैं, जहाँ प्रोसेसिंग होती है। माध्यमिक परिणाम आगे की आवश्यकता तक के लिये कार्य भंडारण क्षेत्र में रहते हैं। कार्य समाप्त होने पर परिणाम आउटपुट स्टोरेज भाग के लिये मुक्त हो जाते हैं। अंकगणितीय और तार्किक संक्रियाओं की संख्या और प्रकार अभियांत्रिक तकनीक से बाहर ले जाये जा सकते हैं। ALU चार आधारभूत संक्रियाओं के संपादन हेतु तर्क रखता है,


ये Microprocessor use संक्रियायें हैं:


1. द्विआधारी योग (Binary Addition) 

2. बूलीय संक्रियायें (Boolean Operation) 

3. पूरक (Complementing) 

4. विस्थापन (Shifting) ।


CPU का CU दिये गये निर्देशों को चुनता है, उनकी व्याख्या करता है और उन्हें कार्य करते हुये देखता है। यह किसी चलचित्र के निर्देशक के समान होता है, जो समस्त इकाईयों को एक साथ सुचारू रूप से एवं सहयोगात्मक भाव से कार्य करता हुआ देखता रहता है। CU से प्राप्त होने वाले आदेशों के प्रति ALU उत्तरदायी होता है। यह निर्देशों को चुनने, उनकी व्याख्या करने और उन्हें प्रदर्शित होते देखते रहने का कार्य करता है, जिससे कि CU संपूर्ण तंत्र को कार्य करने का निर्देश देने और उनकी क्रमबद्धता बनाये रखने में सक्षम हो।


यह CU ही है, जो किसी वांछित संक्रिया को संपन्न करने के लिये ALU के तार्किक तत्वों को क्रमबद्ध करता है। निर्देश पंजी के अंतर्वस्तु CU द्वारा डिकोड होते हैं और फिर यह ALU को उचित आंकडा भेजने के लिये संकेतों के क्रम को जनित करता है। वहाँ एक बफर रजिस्टर होता है, जो CPU में कुछ समय के लिये आंकड़ों को रखता है।


निवेश / निर्गत इकाई (Input / Output Unit) :


इनपुट डिवाइस का उपयोग उन आंकड़ों और प्रोग्राम्स को पढ़ने के लिये किया जाता है जिन पर कार्य किया जाना है। इनपुट उदेश्य हेतु कम्प्यूटर तंत्र बहुत से साधनों का प्रयोग करते हैं। बेसिक ऑफ कम्प्यूटर एण्ड इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी 4 / 


की-बोर्ड (Keyboard) , डाटा इंट्री टर्मिनल (Data Entry Terminal) , बार कोड रीडर (Bar Code Reader) , टच स्क्रीन (Touch Screen) , लाइट पेन (Light Pen) , इनपुट टेबिल (Input Table) , माउस, वाइस ड्राइवर (Voice Driver) , मैगनेटिक इंक कैरेक्टर रीडर (Magnetic Ink Character Reader) , ऑपटिकल कैरेक्टर रीडर (Optical Character Reader) , पंच कार्ड रीडर (Punched Card Reader) , फ्लॉपी डिस्क रीडर (Floppy Disk Reader) और मैगनेटिक टेप रीडर (Magnetic Tape Reader) आदि इनपुट साधन हैं। ये आंकड़ों को उस रूप में परिवर्तित कर देते हैं जिसे कम्प्यूटर समझ सकता है।


इनपुट साधनों के समान ही आउटपुट साधन भी एक यंत्र हैं, जो मानव व कम्प्यूटर तंत्र के मध्य के वार्तालाप को नियंत्रित करते हैं। लम्प्यूटर तंत्र, आउटपुट उदेश्य हेतु बहुत से साधनों का उपयोग करते हैं। प्रिंटर (Printer) , पंच कार्ड (Punch Card) , टेली-प्रिंटर (Teleprinter) , विजुअल डिस्प्ले यूनिट (Visual Display Unit (VDU) ) और ग्राफ प्लाटर (Graph Plotter) आदि आउटपुट साधन हैं।


निष्कर्ष


ऊपर दिए गए कंटेंट के माध्यम से अपने कंप्यूटर में यूज किए जाने वाले माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor use) के बारे में जाना। आशा है आपको यह जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी।


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