Computer system tool in hindi-कंप्यूटर सिस्टम के टूल्स जानकारी

 Computer system tool: कंप्यूटर सिस्टम टूल्स आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से कंप्यूटर सिस्टम के कुछ महत्त्वपूर्ण टोल के बारे में जानेंगे जो आपको कंप्यूटर चलाने में बहुत हेल्प करेगा उन्हें जानते हैं ।

Computer system tool in hindi

1-Scan Disk (स्कैन डिस्क) : 


स्कैन डिस्क से यह एक यूटिलिटी प्रोग्राम है इस प्रोग्राम के द्वारा किसी भी स्टोरेज डिवाइस की लॉजिकल और फिजिकल किरण को ठीक कर सकते हैं ।इसका उपयोग करने से स्टोरेज डिवाइस की जगह भी बढ़ जाती है यह ऑप्शन एक्सेसरीज मैनु के सिस्टम टूल्स मेनू में मिलता है जो आपके कंप्यूटर को फास्ट चलाने में मदद करता है।


2-Disk Defregmenting (डिस्क डीफ़्रेग्मेंटिंग) :


यह भी एक यूटिलिटी प्रोग्राम है इस प्रोग्राम के द्वारा भी स्टोरेज डिवाइस में जगह बना सकते हैं और कंप्यूटर की स्पीड बढ़ा सकते हैं इस यूटिलिटी प्रोग्राम से स्टोरेज डिवाइस की फाइल को मेमोरी के अंदर द्वारा रिअरेंज करते हैं। ताकि बेकार पड़ी जगह का उपयोग कर सकें यह ऐसो सीरीज मेनू के अंदर सिस्टम टूल्स में मिलता है।


3-Character Map (चरित्र नक्शा) :


इस एप्लीकेशन में पहले से कई बने बनाए सिंबल होते हैं जिनको की कैरेक्टर या फोंट भी कहा जाता है हर फॉण्ट में अलग-अलग प्रकार के सिंबल होते हैं इन सिंबल को किसी भी एप्लीकेशन में इंसर्ट कर सकते हैं यह एसओसीरीज के अंदर सिस्टम टूल में मिलता है।


4-Backup (बैकअप) :


इसके द्वारा किसी भी फाईल अथवा डायरेक्टरी या स्टोरेज डिवाईस का बैकअप बनाकर रख सकते हैं। बैकअप हार्ड डिस्क टू हार्ड डिस्क बनाया जा सकता है, हार्ड डिस्क टू फ्लापी डिस्क में बनाया जा सकता है। बैकअप बनाई गई फाईल का एक्टेंशन । QIC होता है। यह फाइल बाईनरी फार्मेट में बनती है। यह मेमोरी की कम जगह घेरती है और इन फाईलों को दुबारा पढ़ने के लिए रिस्टोर करना जरूरी है। यह एसेसरीज मेनू के सिस्टम टूल में मिलता है।


5-Drive Converter Fat32 (ड्राइव कन्वर्टर) :


यह एक यूटिलिटी प्रोग्राम है इसके द्वारा 16 बिट फैट को 32 बिट फैट में कनवर्ट कर सकते हैं। ऐसा करने से मेमोरी की स्पेस बढ़ जाती है। लेकिन आजकल विंडो 98, 95, 2000 जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर कनवर्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि यह पहले से 32 बिट में परिवर्तित मिलती है। यह एसेसरीज मेनू के अंदर सिस्टम टूल में मिलता है।


6-Disk Cleanup (डिस्क की सफाई) :


इस यूटिलिटी प्रोग्राम के द्वारा कम्प्यूटर के अंदर की अननेसेसरी फाईलों को डिलीट सकते हैं। यह कम्प्यूटर की टेम्परेरी फाईलों को जिनका एक्टेंशन TMP होता है उन्हें कर डिलीट करती है।


7-System Moniter (सिस्टम मॉनिटर) :


इसके द्वारा अपने सिस्टम की परफारमेंस को एक ग्राफिकल रूप में देख सकते हैं परफारमेंस एक चार्ट के रूप में दिखता है। जो कि हर 5 सेकण्ड पर आटोमेटिक अपडेट होता रहता है।


8-System Information (व्यवस्था जानकारी) :


इस प्रोग्राम के माध्यम से कम्प्यूटर के हार्डवेयर और साफ्टवेयर दोनों प्रकार की डिटेल्स देख सकते हैं। हार्डवेयर डिटेल्स जैसे मॉनीटर, ड्राईवर की जानकारी, की बोर्ड की जानकारी, माउस की जानकारी व पाइंटर की जानकारी इत्यादि।


9-Clip Board Viewer (क्लिप बोर्ड व्यूअर) :


एक समय पर एक ही जानकारी होती है। यह एक छोटा-सा प्रोग्राम है जो कि कम्प्यूटर को अस्थाई मेमोरी स्पेस प्रोवाइड करता है। इसके द्वारा किसी भी इनर्कोमेशन को इसके अन्दर स्टोर। कर सकते हैं। मगर यह उन्हीं इनर्कोमेशन को स्टोर करता है जिनको कट या कापी किया जाता। इसके अंदर एक समय में सिर्फ एक ही इनर्कोमेशन रहती है।


10-Drive Space (ड्राइव स्पेस) :


इस प्रोग्राम का उपयोग करके हार्ड डिस्क का मेमोरी स्पेस बढ़ा सकते हैं क्योंकि यह हमारी फाईलों को कम्प्रेस कर देती है जिससे डिस्क की ज्यादा जगह बन जाती है।


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